
आपके अंदर कुछ कर गुजरने का माद्दा है तो फिर किसी भी तरह की बंदिश आपको आगे बढ़ने से नही रोक सकती…सिलबट्टे बेचती थी महिला,बन गई पुलिस अफसर
प्रतिभा को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता । अगर आपके अंदर कुछ कर गुजरने का माद्दा है तो फिर किसी भी तरह की बंदिश आपको आगे बढ़ने से नही रोक सकती । कुछ ऐसा ही एक ऐसी महिला ने कर दिखाया है, जिसके बारे में शायद ही कभी किसी ने सोचा हो कि वो उच्च पद तक भी पहुंच सकती है । अपनी पत्नी को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए मजदूर पति ने दिन-रात एक कर दिया । आज उसकी और पत्नी की मेहनत की तारीफ हर जगह हो रही है ।
पद्मशीला नाम की ये महिला आज महाराष्ट्र पुलिस की वर्दी में नजर आती है । लेकिन क्या आप यकीन कर पाएंगे कि उन्होने कभी बच्चे को गोद में लेकर घर-घर जाकर सिलबट्टे बेचने का काम किया है । नहीं, यकीन नहीं होगा । इतनी गरीबी, तंगहाली, बच्चे के होने के बाद कोई कैसे इतनी मेहनत कर सकता है । लेकिन पद्मशिला मिसाल हैं, वो आज सारी महिलाओं के लिए प्रेरणा साबित हो रही हैं । उन्होनें मज़दूरी कर पत्थर के सिलबट्टे बनाकर बेचे और पढ़ाई भी जारी रखी ।
आज पद्मशीला तिरपुडे को नाम के साथ पहचाना जाता है । 10 साल पहले उन्होने भंडारा जिले के वाकेश्वर के पास के गांव के तुकाराम खोब्रागडे से प्रेम विवाह किया था । शुरुआत के दिनों में वो दोनों ही मजदूरी कर जीवन यापन करते थे । लेकिन जब बच्चे हुए तो मुश्किलें बढ़ने लगीं रोज कमाने और खाने के वाली जिंदगी बिता रहे इस दंपति के सामने एक समय ऐसा आया जब मजदूरी में पति को मिले 50 रुपए कहीं खो गए ।
वो रात दोनों के लिए मुश्किल में गुजरी । पूरी रात वह बस यही सोचते रहे कि अगर ऐसा ही रहा तो जिंदगी कैसे कटेगी। सुबह होते – होते पति ने ये फैसला किया कि वो पत्नी की आगे की पढ़ाई जारी रखेंगे । सिलबट्टे और फल बेचते हुए पद्मशीला ने स्नातक की पढ़ाई पूरी की । इसके बाद एमपीएसी का एग्जाम क्लियर किया और आज वो पुलिस उपनिरीक्षक हैं।