
प्रेरणा…सेना में भर्ती होने का सपना पूरा नहीं हुआ तो बच्चों को फ़ौज में जाने के लिए प्रेरित करता है शख़्स
कई लोगों का सपना ही होता है देश की सेवा में मर-मिटना. लाखों लोगों की तरह Kurinjipatti के अनंत राज भी हैं. 27 साल के अनंत आर्मी में जाना चाहते थे, मगर जा नहीं पाए. मगर इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अनोखे तरीके से बच्चों को देश की सेवा के लिए हेंडीक्राफ्ट स्किल के साथ ट्रेन करना शुरू कर दिया. अपने घर में ही अनंत भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले चॉपर, टैंक, मशीन गन, राकेट लॉन्चर के मॉडल्स बनाते हैं. इस दौरान वो बच्चों को इन मॉडल्स के बारे में बताते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज ने अपने घर को ही लैब में बदल दिया है. यहां वो चार्टपेपर, पेंट आदि के इस्तेमाल से मॉडल्स बनाते हैं. राज कहते हैं कि वो एक फाइटर पायलट बनना चाहते थे. मगर उनके पेरेंट्स के मना करने के बाद उन्हें अपना ये सपना छोड़ना पड़ा. 14 साल की उम्र से उन्होंने मॉडल्स को बनाना शुरू कर दिया था.
आर्मी में न जा पाने के बाद उन्होंने डिफेन्स इक्विपमेंट बनाने के बारे में सोचा, मगर इसकी पढ़ाई के लिए उनके पास इतने पैसे नहीं थे, जिसके बाद उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ही डिप्लोमा कर लिया. राज ने AutoCAD, Pro-E and Solid works जैसे कोर्स करने के लिए कई काम किये. उन्होंने अपना पहला मॉडल बिना लैपटॉप की मदद से बनाया था, क्योंकि उनके पास लैपटॉप था ही नहीं.
दो साल चेन्नई की एक कंपनी में काम करने के बाद उन्होंने अब पूरी तरह से मॉडल ही बनाना शुरू कर दिया है. ख़ास बात है कि ये मॉडल पूरी तरह से चार्ट पेपर से ही बने हुए हैं.उनके मॉडल्स को देखने के लिए टीचर्स और बच्चे आते हैं. राज का कहना है कि वो चाहते हैं कि गांव के बच्चे इन सब चीज़ों को देखकर आर्म फाॅर्स में ज्वाइन करने के लिए प्रेरित हो और देश की सेवा करे.