
एंकरिंग की दुनिया की वो उभरती किरण,जिसने अपने एंकरिंग के दम पर कई मंचो पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है..आज आइये खास बातचीत में छत्तीसगढ़ बस्तर के अन्तर्राष्ट्रीय खोजी लेखक युवा हस्ताक्षर विश्वनाथ देवांगन उर्फ मुस्कुराता बस्तर से खास बातचीत में सुश्री किरण सोम से बात चीत में किरण सोम की कहानी अपनी जुबानी -जिन्दगी….मैंने हार नहीं मानी है…
एंकरिंग की दुनिया की वो उभरती किरण,जिसने अपने एंकरिंग के दम पर कई मंचो पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
आज हम बात करेंगे ऐसी ही हमारी खास शख्सियत सुश्री किरणा सोम जी से जो कि छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की रहने वाली हैं और अपनी कर्णप्रिय सुरीली आवाज से मंचो पर उद्घोषणा का जलवा बिखेरती हैं | वैसे तो मंच पर एंकरिंग के दौरान कभी भी नहीं लगता है कि कांकेर शहर के अलनिया पारा की रहने वाली वही किरण जो मंच पर दहाड़ रही हैं | एंकरिंग करने के शौक अपनी प्रतिभा के दम पर एक उभरती हुई दबंग एंकर के रूप में स्थापित कर दिया है | आज वो कांकेर शहर के अलावा छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी एंकरिंग करने के लिए आमंत्रित की जाती हैं और एंकरिंग की दुनिया में नाम कमा रही हैं |
खास बातचीत में सुश्री किरण सोम से बात चीत में किरण सोम की कहानी अपनी जुबानी – जिन्दगी….मैंने हार नहीं मानी है।
नाम :-किरण सोम
पता :- अलनियापारा कांकेर छ. ग.
शिक्षा :- एम. ए. हिन्दी साहित्य
पेशा :- कम्प्यूटर आपरेटर
स्कूल :- शासकीय कन्या उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय कांकेर, शासकीय कन्या महाविद्यालय कांकेर
शौक :- एंकरिग, कविता लेखन
लोक संस्कृति मंच में प्रस्तुति :- मोर भुईया के सिंगार, नवा चंदा, माटी के मितान, उड़ती चिरैया,माटी चो मया, पिरीत परेवना,गरीब किसान, मानस मंचो का भी अनुभव रहा है।
अभिरूचि :- स्कूल लाइफ से एंकरिग और लेखन के क्षेत्र में रूचि थी जिसके बदौलत आगे चलकर स्कूल के इवेंट से शुरूआत की थी । पहले तो मंच में जाने के नाम से पसीना आता था,बोलना पाना तो दूर की बात थी मेरे लिए बहुत मुश्किल था पर मैं हार नही मानी अपने अन्दर छूपी हुई कला प्रतिभा को मंच मे प्रदर्शित करने के लिए जी तोड़ मेहनत की स्कूलों में,कालेज में भारत शासन द्वारा एक राष्ट्रीय स्तर का योजना चलाया जाता है राष्ट्रीय सेवा योजना जो विद्यार्थी को अपने व्यतित्व के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जाता है | राष्ट्रीय सेवा योजना मंच के माध्यम से मुझे एंकरिंग के लिए मंच मिला और मैं पुरा श्रेय राष्ट्रीय सेवा योजना मंच देना चाहूंगी क्योंकि इन्ही मंच के बदौलत आज एंकर बन पाई हूँ | पर लेखन के क्षेत्र में थोड़ा पीछे रह गई हूँ। फिर भी मेहनत कर रही हूँ,लेखन जारी है |
किरण सोम जी छत्तीसगढ़ के नामी कला मंचों पर भी उद्घोषिका के रूप में प्रस्तुति दे रही हैं,निश्चित ही ये उन हजारों युवतियों के लिये प्रेरणा हैं जो एंकरिंग की दुनिया में कदम रखना चाहती हैं और अपनी प्रतिभा को उभारना चाहती हैं | कहते हैं कि प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती किरण भी गांव की गलियों से निकल कर शहरों के मंचो पर दहाड़ने वाली किरण सोम हैं | आज का समय किरण सोम जैसी प्रतिभायें अन्य प्रतिभाशाली युवतियों के लिए एक राह तैयार कर रही हैं ।
ये थी हमारी खास शख्सियत सुश्री किरण सोम जी,फिर अगली बार फिर एक नये खास शख्सियत जिसने अपने काबिलियत के दम पर नई इबारत लिख रहे हैं,उनके साथ हाजिर होंगे तब तक के लिए इजाजत दीजिए |
जय हिंद
✍🏽 मुस्कुराता बस्तर