
Real heroes…आशा की किरण बनकर औरों की जिंदगी को रोशन कर रही है,छत्तीसगढ़ की बेटी…मध्य रेलवे चिकित्सालय नागपुर में नर्सिंग अधीक्षक के पद पर कोरोना वायरस नियंत्रण कक्ष में विशेष रूप से ड्यूटी कर रही हैं..
रायपुर:- कर्तव्य पथ में अडिग रहने की जिद का दूसरा नाम है,श्रीमति किरण उमाशंकर सेन।पूरा विश्व कोरोना वायरस से जूझ रहा है वहीं छत्तीसगढ़ की बेटी, मध्य रेलवे चिकित्सालय नागपुर में नर्सिंग अधीक्षक के पद पर कोरोना वायरस नियंत्रण कक्ष में विशेष रूप से ड्यूटी कर रही हैं।एक ही पैर होने के बावजूद अपने दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत आज अपना कर्त्तव्य का निर्वहन बेहतर ढंग से कर रही हैं। हाल ही में कुछ दिनों पूर्व से कृत्रिम पैर उपयोग कर रही हैं। 24 घण्टे लोगों की सेवा में खुद को समर्पित कर दिया है। दुसरों के लिए वास्तविक जिन्दगी में आशा की किरण बनकर औरों की जिंदगी को भी रोशन कर रही हैं।
पारिवारिक विवरण
किरण सेन मूलतः कोरबा की रहने वाली हैं,इन्होंने अपनी पढ़ाई गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज जगदलपुर से किया है। 2015 में किरण के पैर का एंप्यूटेशन हुआ जिसके पश्चात प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की एवं 2018 में राजिम में नर्सिंग अधीक्षक के रूप में पदस्थ हुईं। महीने भर ही पूर्व रेलवे नागपुर में नर्सिंग अधीक्षक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है, जिसके बाद से वह विषम परिस्थितियों में भी अपना दायित्व का निर्वहन कर रही हैं।
प्रेरणा
सभी के जीवन मे ऐसा कोई शख्स होता है जिनसे प्रेरणा मिलता है। किरण ने बताया कि उनके इस सफर में पति श्री उमाशंकर सेन जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने हमेशा आगे बढ़ाने की कोशिश करते हुए प्रेरित किया है। उमाशंकर सेन जी का जिंदगी में आना मानो किरण की जिन्दगी को एक नई दिशा मिल गई हो। सभी चीजें आसान हो गई हैं। बस यही कि लोगो की सेवा करना,दूसरों के जीवन में खुशियों की वजह,बनने की कोशिश जारी है।
किरण शुरू से हमेशा आगे बढ़ने में विश्वास रखती हैं। स्वयं व्हीलचेयर बास्केटबॉल खिलाड़ी भी हैं तथा अपने जैसे अन्य साथियों को भी आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। किरण ने बताया कि रेलवे नागपुर में सभी सुरक्षा उपकरण N95 Mask PPE उपलब्ध हैं तथा अपने कर्मचारियों का अच्छे तरीके से ध्यान रखा जा रहा है एवम् कर्मचारी कर्मठ सहयोगी हैं।