
युवाशक्ति विशेष….निस्वार्थ सेवा का सच्चा उदाहरण प्रस्तुत करने वाले सतीश कुमार यादव…शिक्षा से समाज को नई दिशा दे रहे है…
कमलेश यादव,रायगढ़:-किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार,किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार,किसी के वास्ते हो तेरे दिल मे प्यार जीना इसी का नाम है, गाने की यह पंक्तिया हमे इंसानियत की परिभाषा सिखाती है।आज हम ऐसे शख्सियत से रूबरू कराएंगे जिन्होंने गरीब,बेसहारा,दिव्यांग लोगो की मदद का बीड़ा उठाया है।सारंगढ़ के रहने वाले सतीश कुमार यादव पूरे समाज के लिए उदाहरण बन चुके है।अपने परिवार का भरण-पोषण, उसकी सहायता तो जीव-जन्तु, पशु-पक्षी भी करते हैं परन्तु मनुष्य ऐसा प्राणी है, जो सपूर्ण समाज के उत्थान के लिए प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति की सहायता का प्रयत्न करता है । किसी भी पीड़ित व्यक्ति की निःस्वार्थ भावना से सहायता करना ही समाज-सेवा है ।
बचपन की यादे आज भी जीने की प्रेरणा देती है।पिताजी श्री लाल यादव जी के संघर्षों को देखकर ही असल मे जिंदगी का सही मायने समझ मे आया कि सफलता अपने काम के प्रति ईमानदारी से ही मिलती है।आज मेहनत के दम पर निशा स्टील इंडस्ट्री की सफलता की कहानी सभी के सामने है।बेहतर उद्यमी बनते हुए छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों में सामान सफ्लाई होता है।
विद्यार्थियों के शिक्षा में सहयोग करना प्रमुख प्राथमिकता है ,क्योंकि शिक्षा से ही गरीबी रूपी अंधकार से जीता जा सकता है।आज भी कई बच्चे ऐसे है जिनके पास पढ़ने के लिए संसाधन की कमी है।उनको मदद करने में एक शुकुन मिलता है।सैकड़ो विद्यार्थियों का सहयोग अभी तक किया जा चुका है।निश्चित ही यह पहल पूरे शिक्षा जगत को एक नई दिशा देगा।
शिक्षा तब तक हमारे दिमाग मे असर नही करता जब तक हमे पौष्टिक भोजन न मिले।यही वजह को देखते हुए हमारी दूसरी प्राथमिकता ऐसे जरूरतमंद लोगों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाना है ,जो कुपोषित हो।क्योकि कुपोषण की लंबी लड़ाई हमे लड़नी है।अच्छे भोजन से ही स्वस्थ शरीर का निर्माण होता है, जाहिर सी बात है स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मन निवास करता है।तभी हमारी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी।अब तक हजारो लोगो को पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाया जा चुका है।
स्वास्थ्य की समस्या हम सभी के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है।सही जानकारी से ही इस गम्भीर समस्या से बचा जा सकता है।मेडिकल कैम्प लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण और सही सुझाव लोगो को दिया जा रहा है,ताकि स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।ऐसे परिवारों की मदद किया जाता है ,जो गरीबी के चलते दाह संस्कार नही कर सकते है।
वस्तुत: कोई भी समाज तभी खुशहाल रह सकता है जब उसका प्रत्येक व्यक्ति दुःखों से बचा रहे । किसी भी समाज में यदि चंद लोग सुविधा-सम्पन्न हों और शेष कष्टमय जीवन व्यतीत कर रहे हों, तो ऐसा समाज उन्नति नहीं कर सकता ।सतीश कुमार यादव जी के द्वारा किये हुए कार्यो की सूची बहुत लंबी है इसे शब्दो मे पिरोना बहुत मुश्किल है।हमे गर्व है कि आज भी ऐसे लोग इस दुनिया मे है जो दूसरों के बारे में भी सोचते है।सत्यदर्शन चैनल की पूरी टीम के तरफ से उज्ज्वल भविष्य की कामनाएं।
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