inspiration : समाज में बदलाव लाने वाले युवा…छात्रों के जीवन में आशा, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता के रंग भरने वाले शिक्षाविद समीर गजभिये

कमलेश यादव : शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना ही नहीं है, बल्कि जीवन में आशा, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता के रंग भरना भी है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए राजनांदगांव के समीर गजभिये सर ने शिक्षा के माध्यम से हजारों विद्यार्थियों के जीवन में बदलाव लाया है। 2013 में उनके द्वारा स्थापित ‘तथागत पीएससी ट्यूटोरियल्स’ न केवल एक शिक्षण केंद्र है, बल्कि सपनों की उड़ान भी है, जिसने हजारों छात्रों के सपनों को आकार दिया है।

गौरतलब है कि गरीब और जरूरतमंद छात्रों की सहायता करने के लिए समीर सर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने निःशुल्क किताबें उपलब्ध कराईं और हर छात्र के भीतर छिपी संभावनाओं को निखारने का प्रयास किया। उनके मार्गदर्शन में अनेक छात्र न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए, बल्कि उन्होंने अपने जीवन के अंधकार को सफलता की रोशनी से भर दिया।

समीर गजभिये सर शिक्षाविद के साथ साथ समाज के प्रति गहरी संवेदनशीलता रखने वाले इंसान हैं। उनका मानना है कि ऐसी शिक्षा कोई काम की नही है जिसमें लोकहित और संवेदनाएं न जुड़ी हो। पर्यावरण के प्रति हमारी ज़िम्मेदारियाँ अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की तरह सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक होनी चाहिए। आज के समय में पेड़ लगाना अच्छी बात है लेकिन उससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि उन्हें कैसे संरक्षित किया जाए।

वे छात्रों को हमेशा यही कहते है कि रील की दुनिया से बाहर निकलो। कोई भी चीज तभी उपयोगी होती है जब वह संतुलित हो। कम मेहनत में रातों-रात सफलता की कामना करना अतिशयोक्ति है। यदि आप किसी भी तरह से सफल हो भी जाएं तो उसमें स्थिरता हासिल करना कठिन होता है। इसीलिए अपना ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर ही केंद्रित रखें, इससे नए रास्ते खुलेंगे।


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