मिसाल…..जरूरतमंद लोगो की शिक्षा,स्वास्थ्य में सहयोग करता आरक्षक लोकेश धृतलहरे…सामाजिक जिम्मेदारियों को बनाया कर्त्तव्य…

कमलेश कुमार,राजनांदगाँव:-हमारे आस पास समाज में हजारों-लाखों के भीड़ में कुछ लोग खामोशी से समाज के लिए बहुत कुछ कर जाते हैं,जो गुमनाम,किसी अखबारों की सुर्खियों में नही आता और न ही उन्हें कोई जानता है। सामाजिक जिम्मेदारियों को अपना कर्त्तव्य समझकर बखूबी निभाते चले जाते हैं। ऐसे हीरो हमारे आस-पास ही रहते हैं। आज हम बात करेंगे ऐसे ही शख्सियत के विषय मे जो जिद,समर्पण,मेहनत,
निरन्तरता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नाम है लोकेश धृतलहरे,अभी वर्तमान में आरक्षक के रूप में पुलिस लाइन राजनांदगाँव में पदस्थ है। सैकड़ों प्रतिभावान विद्यार्थियों का सहयोग के साथ जरूरतमंद मरीजो के लिए आर्थिक सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।

लोकेश धृतलहरे का पैतृक गांव दुर्ग से 12 किमी में थनौद है।पिताजी स्व.डी.एस.धृतलहरे वरिष्ठ कृषि अधिकारी थे। कॉलेज के दिनों में NCC में ज्यादा रुझान था परिणाम ये रहा आज आरक्षक के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं। बड़े भाई स्व.तेजवंत धृतलहरे ने हमेशा सही मार्ग में चलने की प्रेरणा दी है।वे सामाजिक क्षेत्र से जुड़े हुए व्यक्ति थे जो हमेशा किसी का भी मदद के लिए तैयार रहते थे। घर से ही संस्कार और शिक्षा मिला है जिसका जिंदगी के सभी क्षेत्रों में लाभ मिल रहा है।

गांव में जरूरतमंदों मरीजो को चिकित्सीय सहायता के साथ अस्पताल जाने के लिए सुविधा मुहैया करवाते है। पिछले 15 वर्षों से विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के साथ जरूरी संसाधन के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।धृतलहरे जी को पुस्तक से बहुत लगाव है,वे हमेशा विद्यार्थियों को सोशल मीडिया से दूरी बनाने की सलाह देते हैं।12वीं के बाद प्रतिस्पर्धा के लिए तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को निःशुल्क पुस्तकें उपलब्ध करवाने की मुहिम शुरू किए है। जिससे युवाओं को अच्छा लाभ मिल सकता है।

सर्द दिनों की शुरुआत हो गई है सबसे ज्यादा हमारे बड़े-बुजुर्ग ठंड की वजह से तकलीफ में रहते हैं, ऐसे वृद्धजनों के लिए कम्बल और गर्म कपड़े का व्यवस्था के साथ उनका सम्मान दिल से करते हैं। क्योंकि यह सभी हमारे समाज के आधार स्तम्भ है। निर्धन कन्या विवाह में भी सहयोग करते हैं।

धृतलहरे जी का मानना है कि प्रारम्भिक शिक्षा के साथ तकनीकी शिक्षा विद्यार्थियों को मिलना चाहिए ताकि वह हुनर के साथ स्वावलम्बी बने। सामाजिक संगठनो से भी अपील करते हैं ज्यादा से ज्यादा निःशुल्क पुस्तकालय का निर्माण होना चाहिए जिससे पढ़ाई के प्रति लोगो मे रुझान बढ़ेगा।क्योकि शिक्षा से ही समाज की तस्वीर बदला जा सकता है। सत्यदर्शन लाइव की पूरी टीम के तरफ से रियल हीरो को सैल्युट…जय हिंद |

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